Posted by: Guest on 15-07-2018 13:34
Type: New Facilities/Technology
इस प्रकार के वाशिंग सिस्टम में प्रति दिन 250 कोच को धोने की क्षमता है। यह 24 कोच रेक को धोने में 7-8 मिनट लगाता है। इससे पहले दी गई रिपोर्टों से पता चलता है कि 22-24 कोच की सफाई में करीब 12,000 लीटर से 14,000 लीटर पानी का उपयोग किया जाता है। लेकिन इसके लिए केवल 6000 लीटर पानी की आवश्यकता होगी। इसमें से 4000 लीटर पानी को रीसाइकिल किया जा सकेगा। इसके चालू होने के बाद रोजाना एक लाख 24 हजार लीटर पानी बचाया जा सकेगा।
यदि प्रमुख स्टेशनों पर स्वचालित वाशिंग प्लांट स्थापित किए जाते हैं, तो यह पर्यावरण अनुकूल होगा। इस तरह से होने वाली कोच की धुलाई में कम मात्रा में पानी, साबुन और कीटाणुनाशकों का उपयोग होगा। इसके अलावा, धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी का ट्रीटमेंट ईटीपी प्लांट में करके उसका फिर से इस्तेमाल किया जा सकेगा।