जबलपुर से इंदौर नई रेललाइन के सर्वे में एक साल और लगेगा

Posted by: ID on 29-08-2016 02:12

Type: New Facilities/Technology

जबलपुर। जबलपुर से इंदौर तक नई रेललाइन के रूट को फाइनल करने के लिए सर्वे का काम तेज रफ्तार से शुरू हुआ है। इस दौरान सर्वे के अधिकारी इस रेल परियोजना से जुड़ी हर पहलुओं से जुड़ी समस्या और मौजूदा हालात का समाधान भी तलाश लेंगे। मसलन इस रूट पर कितने बड़े या छोटे ब्रिज बनेंगे, कौन से क्रॉसिंग और फ्लैग स्टेशन बनेंगे व रेललाइन के लिए कितनी जमीन अधिगृहित करना होगी। हालांकि जमीन, लोकेशन और लोकेशन सर्वे का काम पूरा करने में अभी एक साल का वक्त और लगेगा।

कई हिस्सों में हो रहा सर्वे
सर्वे को अधिकारी कई हिस्सों में कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बुधनी से गाडरवारा के बीच सर्वे के लिए ठेकेदार की तलाश की जा रही है। इस हिस्से के सर्वे में 1.33 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। दरअसल इस प्रोजेक्ट को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने 2016-17 का रेल बजट पेश करते हुए मंजूरी दी थी। रेललाइन निर्माण की शुरुआती लागत 4 हजार 320 करोड़ रुपए आंकी गई है। यह राशि अकेले रेलवे खर्च नहीं करेगा। इस काम को मध्यप्रदेश सरकार के साथ लागत भागीदारी में करने का फैसला लिया गया था। हालांकि मध्यप्रदेश सरकार की अरुचि के कारण अब तक इसका गठन नहीं हुआ, जिससे रेल मंत्रालय को भी काम करने में परेशानी आ रही है।

कम होगा 90-100 किमी का सफर
इंदौर-जबलपुर के बीच नई रेललाइन देवास, कन्नौद, बुधनी, उदयपुरा और गाडरवारा होकर डाली जाएगी। अभी इंदौर जाने के लिए इटारसी से भोपाल होते हुए इंदौर जाना होता है, जिसके लिए तकरीबन 500 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। इस नई रेललाइन से यह सफर 400-410 किमी का होगा। रेलवे पैसेंजर एमेनिटीज कमेटी के सदस्य नागेश नामजोशी के मुताबिक परियोजना को पूरा होने में सात-आठ साल का वक्त लगेगा। अभी इसमें जमीन अधिग्रहण और वन विभाग की जमीन लेने जैसे बड़े काम भी किया जाने हैं, जिसमें वक्त लगेगा।