1 जुलाई से भारतीय रेलवे के नियमों में कई बदलाव

Posted by: Guest on 28-06-2017 04:09

Type: IR Affairs

नयी दिल्ली. 1 जुलाई से भारतीय रेलवे अपने नियमों में कई बदलाव लाने जा रही है. इसका सीधा असर ट्रेन यात्रियों पर पड़ने वाला है|

कौन-कौन नियम बदल जाएंगे और आप पर क्या असर होगा.

तत्‍काल टिकट कैंसिल पर 50 फीसदी मिलेगा रिफंड
1 जुलाई से आपको तत्‍काल टिकट कैंसिल कराने पर 50 फीसदी तक रिफंड मिलेगा. साथ ही एसी-2 पर 100 रुपए, एसी-3 पर 90 रुपए और स्लीपर पर 60 रुपए प्रति पैसेंजर्स की दर से रिफंड चार्ज काटा जाएगा|

अगर किसी पैसेंजर्स के पास ई-टिकट है और ट्रेन कैंसिल हो जाती है तो रिफंड अपने आप अकाउंट में आ जाएगा. साथ ही आरएसी टिकट कैंसिल कराने के लिए ट्रेन निकलने से आधा घंटा पहले तक टिकट कैंसिल कराने पर चार्ज काट कर रिफंड दे दिया जाएगा.

अब मिलेंगे कई भाषाओं में टिकट
आईआरसीटीसी से ऑनलाइन टिकट बुक कराने पर पैसेंजर्स को अभी तक सिर्फ अंग्रेजी भाषा में ही टिकट मिलता था. लेकिन, 1 जुलाई से पैसेंजर्स को अन्‍य भाषाओं में भी ट्रेन टिकट रेलवे उपलब्ध कराएगा. टिकट बुक करते वक्‍त आप अपनी सुविधा और पसंद के मुताबिक टिकट का चुनाव कर सकते हैं.

राजधानी और शताब्‍दी में पेपरलेस टिकट
1 जुलाई से भारतीय रेलवे में पेपरलेस टिकटिंग व्यवस्था शुरू होने जा रही है. जिसकी शुरुआत शताब्दी और राजधानी ट्रेनों से की जाएगी. इस सुविधा के बाद शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में सफर करने वाले पैसेंजर्स को पेपर वाली टिकट नहीं मिलेगी,बल्कि आपके मोबाइल पर टिकट भेजा जाएगा. साथ ही रेलवे इस ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स को फास्‍ट फूड ऑन डिमांड उपलब्‍ध कराएगा.

सुविधा ट्रेनों में मिलेगा कन्‍फर्म टिकट
अब रेलवे में वेटिंग लिस्‍ट का झंझट भी खत्म होने वाला है. रेलवे की ओर से चलाई जाने वाली सुविधा ट्रेनों में पैसेंजर्स को कन्फर्म टिकट की सुविधा दी जाएगी. इसके लिए रेलवे 1 जुलाई से राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के तर्ज पर सुविधा ट्रेनें चलाएगा.

बिना आधार नहीं मिलेगी रियायती टिकट
अब रेलवे में रियायती टिकट के लिए 1 जुलाई से आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है. सीनियर सिटीजन, महिला कोटा जैसे कई रियायतों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर जिया गया है. ऑनलाइन और रिजर्वेशन काउंटर से टिकट लेते समय आपको आधार नंबर देना होगा.

1 जुलाई से फ्लेक्सी फेयर सिस्टम बंद
रेलवे ने एयरप्लेन्स की तर्ज पर फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की शुरुआत की थी. जो 6 महीने के लिए ट्रायल पर था. लेकिन प्लान पूरी तरह फेल होने के बाद इसे वापस लिया जा रहा है. इसकी जगह प्रीमियम,राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में रेलवे पावर कोच हटाकर पैसेंजर्स कोच ट्रायल बेस पर लगाएगी.