कोटा भी बना हाई स्पीड ट्रेन का गवाह

Source: m.rajasthanpatrika.patrika.com

Posted by: Friends on 01-08-2016 23:58, Type: New Facilities/Technology

कोटा: दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर वाया कोटा होकर सोमवार को टेल्गो कोचों की राजधानी एक्सप्रेस के बराबर रफ्तार से टाइम टेबल ट्रायल हुई।

ट्रेन को नई दिल्ली से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। यह ट्रेन मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे मुंबई सेन्ट्रल पहुंचेगी।

रास्ते में कोटा के बाद रतलाम, वड़ोदरा और सूरत भी ठहराव रखा गया है। नई दिल्ली से शाम 7.55 बजे रवाना हुई ट्रेन सीधी कोटा आकर ठहरी।

रास्ते में मथुरा में सिग्नल फेल होने के कारण ट्रेन 50 मिनट विलम्ब हुई। ट्रेन कोटा जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर दो पर रात 12.50 बजे पहुंची और पांच मिनट ठहरकर 12.55 पर रवाना हो गई।

यहां क्रू बदला गया। इस ट्रायल के दौरान ट्रेन में रेलवे बोर्ड, आरडीएसओ के अलावा कोटा मंडल के पर्यवेक्षक स्तर के कार्मिक मौजूद रहे।

स्पेन के इंजीनियर भी ट्रेन में चल रहे थे। कोच में यात्रीभार के स्थान पर मिट्टी के कट्टे रखे हुए थे। सूत्रों के अनुसार इस ट्रायल के बाद तीन ट्रायल और होंगे।

आगे एेसे होगा ट्रायल
दूसरे ट्रायल में 5 अगस्त को 130 किमी प्रति घंटे से ट्रेन दौड़ेगी, लेकिन घुमाव पर भी रफ्तार कम नहीं की जाएगी। तीसरी ट्रायल 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 9 अगस्त और चौथी ट्रायल 150 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से 12 अगस्त को होगी।

एेसे हैं टेल्गो कोच
इस ट्रेन के खाली कोच का वजन करीब 12.5 टन है, जबकि भारतीय कोचों का वजन 43.5 टन से 45.5 टन तक रहता है। टेल्गो कोच की लम्बाई करीब 13 मीटर और चौड़ाई करीब 3 मीटर है। इसकी हाइट करीब सवा तीन मीटर है।

वहीं भारतीय कोचों की हाइट करीब सवा चार मीटर रहती है। इसमें करीब 30 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। एक्जीक्यूटिव कुर्सीयान और एसी कुर्सीयान की अलग-अलग क्षमता है।

कम ऊर्जा का होगा उपयोग
समय की कमी के अलावा टेल्गो अपेक्षाकृत हल्की ट्रेन है। इसमें मौजूदा भारतीय ट्रेनों से 30 प्रतिशत कम ऊर्जा का उपयोग होगा।

ये है योजना
दिल्ली से मुंबई का सफर 12 घंटे में पूरा कराने के हिसाब से इसका ट्रायल हो रहा है। अभी 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल हो रहा है, लेकिन इसके 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की संभावना तलाशी जा रही है। यह प्रयास किया जा रहा है कि स्पीड के प्रतिबंध भी हटा दिए जाएं।